खबर लहरिया देश का एकमात्र डिजिटल ग्रामीण मीडिया नेटवर्क है। खबर लहरिया अनोखा न केवल उसके पत्रकारों स...
खबर लहरिया देश का एकमात्र डिजिटल ग्रामीण मीडिया नेटवर्क है। खबर लहरिया अनोखा न केवल उसके पत्रकारों से है बल्कि उसकी पत्रकारिता की वजह से भी है। यह दुनिया में अकेला ऐसा न्यूज़ नेटवर्क है जिसे सिर्फ महिलाएं चलाती हैं। यह महिलाएं दलित, मुस्लिम आदिवासी और पिछड़ी माने जाने वाली जातियों से हैं। खबर लहरिया की एक अलग पहचान और उसकी लोकप्रियता का कारण इसमें छपने वाली स्थानीय खबरें हैं। ये ख़बरें स्थानीय मुद्दों पर गहराई से और निष्पक्षतरीके से जांच पड़ताल करती हैं। खबर लहरिया की पहचान जमीनी मुद्दों की पत्रकारिता से है। ऐसी पत्रकारिता जो ग्रामीण गरीबों के लिए घोषित योजनाओं पर और ग्रामीण विकास के लिए आवंटित बजट पर कड़ी नजर रखती है। इसकी ख़बरें डिजिटल, प्रिंट और ऑडियो के माध्यम से लोगों तक पहुंचती हैं। खबर लहरिया एक शक्तिशाली स्थानीय प्रहरी और जमीनी जवाबदेही तय करने का मजबूत तंत्र बना है। इसकी पत्रकारिता उन मुद्दों पर है जो राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मीडिया की चर्चा और ध्यान से बहुत दूर हैं। खबर लहरिया खासतौर पर सरकार की ग्रामीण विकास और सशक्तीकरण के लिए बनाई गई योजनाओं के दावों और उनकी हकीकत के बीच के अंतर को उजागर करता है।
खबर लहरिया में परिवार के दायरे में और सार्वजनिक क्षेत्र में सत्ता और ग़ैर बराबरी पर लगातार सवाल उठाये जाते हैं। हमारी खबर, हमारी भाषा में – ये है खबर लहरिया की खासियत। खबर लहरिया टीम ग्रामीण क्षेत्र, कस्बों और शहरों से महिलाओं की एक टीम जो मीडिया में अपनी क्षमताओं और काम के ज़रिये बदलाव ला रही हैं।
हमारी खबर, हमारी भाषा में – ये है खबर लहरिया की खासियत ।